मौसम

एक बूँद गिरी मेरे बदन पर. तो लगा शायद बिल्डिंग के नीचे खड़ा हू तो किसी ने पानी डाला होगा. या फिर पेड़ पोधो को डालने वाला पानी गिरा होगा. पर उपर देख ही लेना चाहिए कुछ भरोसा नही है लोगो का कभी कभी मूह से भी पिचकारी उड़ाते है.

Saturday, June 18, 2016

ना बारिश आ रही थी ना वो। बादल आसमान में छाये तो थे पर कब बरसेंगे वो राज़ था । बीलकुल मेरी प्रियतमा के जैसे, आज उनकी एक जलक दिखेगी या नहीं ,उनकी नज़रे मुझसे मिलेगी या नहीं, बस ये सवाल आँखोंमें लिये कॉलेज के परिसर में खड़ा था। कभी उस ऊँची ईमारत को देखता तो कभी बादलो को। ये समय गुज़र क्यों नहीं रहा था बार बार नज़र जभी घडी पर जाती लगता जाने फेविकॉल लगा के कांटे रुक गये हे। बस बार बार 11.57 ही दिखाते है। दो तिन् बार घडी टटोल ली , नज़रे साफ़ करली पर समय वही का वही still rock. कुछ लड़के सिगरेट पि रहे थे । श्वेत...

Monday, September 8, 2014

visarjan

Raaste per bahot shor tha. Dekha to ek tempo ke piche bahot sare samaj ke bhawishya ( young bachhe) nach rahe the. DJ. Lagaya tha aur tempo main jankh kar dekha to Humare Ganpati ji biraj maan the. Pucha to pata chala Visarjan ko ja rahe hai... Bebi doll main sone di...lungi dance ke ati priay gito pe log jum rahe hai aur thodi thodi der mai ganpati ke pass jakke unhe bhi ishare kar rahe hai.ek pal aaisa laga ki abhi ganpati ji ko pitambari ke badle lungi pahena denge...ek don thin char ganpati...

Wednesday, September 3, 2014

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Friday, August 8, 2014

chacha choudhary comics by PRAN

डायमंड कोमिक्स का नाम तो सुनाही होगा। अगर नहीं, तो चाचा चौधरी का  नाम ? जिसके कार्टूनिस्ट और उत्पन करता थे “मिस्टर प्राण”। जिनका स्वर्गवास लास्ट बुधवार को हुवा। उन्हे मेरी तरफ से एक चोटी सी श्रद्धांजलि। मेरे बचपन के उन खूबसूरत लम्हो मे इनके कॉमिक्स ने भी मेरा खूब साथ निभाया था। जभी मैं अपने मामा के घर कांदिवली जाता तो दो नो कंदर्पमामा और मनीषमामा से मुजे खूब सारे कॉमिक्स पढ़ने को मिलते थे। उन मे से सब से जादा पढ़ा था मैंने चाचा चौधरी। शायद उस वजह से मेरे अंदर का कॉमिक पात्र भी जागृत है। छोटी...

Thursday, April 11, 2013

આસું નું ટીપું / tears

click on image આસું નું ટીપું હતું કે  હતું તારી વેદનાનું જાકળ  અમે શોધી રહ્યાતા એમાં પ્રેમ અમારો  અને એ નીકળ્યું અમારીજ ભૂલ નું એક કારણ ...

Saturday, March 23, 2013

ek story likhi thi maine.....( college main ek couple tha.  ladka  kai saalo ke baad uski so called girl friend ko dur se dekhta hai. aur use purani yaade taja ho jati hai. us waqt phone nahi the chitti se hi kaam chalana padta tha. to sab se pahele boy chitti likhta hai) b: ladke ne likhe huve latter.   g: ladki ne likhe huve latter first...

Friday, August 17, 2012

कोशिश , koshish

कोशिश हर इन्सान अपनी जिंदगी मैं कभी ना कभी या रोज की जिंदगी मैं जरुर एक बार कोशिश करता है. कभी कुछ पाने की, कभी जाने की, कभी खुशी के लिए, कभी गम भूलने के लिए. हम सब सुनते  है थोड़ी कोशिश करो मिल जाएगा या थोड़ी हिम्मत से काम लो हो जाएगा. क्या है ये कोशिश? जब इंसान मैं निराशा छा जाती है. किसी भी तरीके से वो संभल नही पता है. मन मे चाह छुट...

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